15 रुपये लीटर कैसे मिलेगा पेट्रोल? Ethanol Blended Petrol नितिन गडकरी ने राजस्थान में बताया

गडकरी ने कहा कि अगर 60% इथेनॉल और 40% बिजली का औसत लिया जाए तो पेट्रोल 15 रुपये प्रति लीटर की दर से मिलेगा और लोगों को फायदा होगा।

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Kya hai Ethanol blended Petrol?

एथेनॉल ब्लेंडेड पेट्रोल(Ethanol Blended Petrol) एक पेट्रोल है जिसमें एथेनॉल का मिश्रण होता है। इसमें पेट्रोल के साथ एथेनॉल डालकर उपयोग किया जाता है। एथेनॉल एक बायोफ्यूएल है जो पैदावारी जड़ी-बूटियों से बनाया जाता है, जैसे कि गन्ना या अन्य अनाज। यह उच्च ऑक्टेन संख्या के साथ पेट्रोल को मिलाकर इसकी उच्च गति और इंजन प्रदर्शन को बढ़ाता है। एथेनॉल ब्लेंडेड पेट्रोल के उपयोग से वाहनों की प्रदूषण कम हो सकता है और भीषणता घटाने में मदद मिलती है।

भारत में वर्तमान में एथेनॉल ब्लेंडेड पेट्रोल (ETBP) के रूप में ETP-95 (95% पेट्रोल और 5% एथेनॉल मिश्रित) और ETP-75 (75% पेट्रोल और 25% एथेनॉल मिश्रित) के रूप में व्यापक रूप से उपलब्ध है। इसके अलावा, ईटीपी-100 (100% पेट्रोल और 0% एथेनॉल) भी उपलब्ध है जो पूरी तरह से पेट्रोल है। एथेनॉल ब्लेंडेड पेट्रोल के उपयोग से भारत में प्रदूषण कम करने का प्रयास किया जा रहा है और इसके साथ ही यह देश के आयुष्मान भारत योजना के तहत किसानों की आय को बढ़ाने का एक प्रमुख स्रोत भी है।

Explainer Video On 15 Rs. Petrol Price in India

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Nitin Gadkari ne petrol Prices par kya kaha hai?

Central Minister Nitin Gadkari समय-समय पर ऐसे बयान देते हैं कि लोगों का दिल खुश हो जाता है और अब फिर से उन्होंने ऐसा कुछ कहा है कि लाखों Car Drivers को कुछ समय के लिए खुशी की वजह दे गई है। सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि अगर 60% इथेनॉल और 40% बिजली का उपयोग किया जाता है, तो पेट्रोल 15 रुपये प्रति लीटर पर उपलब्ध हो सकता है और इससे प्रदूषण का खात्मा करने में तो मदद मिलेगी ही, साथ ही फ्यूल इंपोर्ट को भी कम किया जा सकेगा।

देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में एक साल से भी अधिक समय से कोई बदलाव नहीं हुआ है। पेट्रोल की कीमत 100 रुपये के आसपास बनी हुई है, तो वहीं डीजल 90 रुपये के ऊपर बिक रहा है। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव(Loksabha elections 2024) में विपक्ष इसे मुद्दा बनाने में लगा है। लिहाजा मोदी सरकार पर दाम कम करने का काफी दबाव है। माना जा रहा है कि जल्द ही पेट्रोल-डीजल के दाम(petrol-diesel price) को लेकर सरकार कोई बड़ा फैसला ले सकता है।

मोदी सरकार में मंत्री नितिन गडकरी ने तो पेट्रोल का रेट 15 रुपये लीटर तक हो जाने की भविष्यवाणी की है। नितिन गडकरी ने हाल ही में राजस्थान के प्रतापगढ़ में ऐसा फॉर्मूला बताया जिससे पेट्रोल को 15 रुपये प्रति लीटर हो जाएगा। गडकरी ने कहा था कि अगर 60% इथेनॉल और 40% बिजली का उपयोग किया जाता है, तो पेट्रोल 15 रुपये प्रति लीटर पर उपलब्ध हो सकता है। इससे प्रदूषण का खात्मा करने में तो मदद मिलेगी ही, साथ ही फ्यूल इंपोर्ट को भी कम किया जा सकेगा।

किसानों की आय बढ़ेगी

नितिन गडकरी ने राजस्थान के प्रतापगढ़ में 5600 करोड़ रुपये के संयुक्त मूल्य के साथ 11 नैशनल हाइवे प्रोजेक्ट का उद्घाटन और निर्माण कार्य शुरू करते हुए काफी सारी जरूरी बातें कहीं। गडकरी ने कहा कि अगर 60% इथेनॉल और 40% बिजली का औसत लिया जाए तो पेट्रोल 15 रुपये प्रति लीटर की दर से मिलेगा और लोगों को फायदा होगा। मौजूदा समय में फ्यूल इंपोर्ट 16 लाख करोड़ रुपये का है और अगर इसे कम किया जा सकेगा तो ये पैसा बाहर भेजने की बजाय किसानों के घर जाएगा। दरअसल, इथेनॉल का उत्पादन गन्ने से होता है और भारत में लाखों गन्ना किसान हैं, जिनकी रोजी-रोटी का जरिया यही है।

गडकरी अकेले ऐसे मंत्री नहीं हैं जो पेट्रोल के दाम घटने की बात कह रहे हैं। केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने भी पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर बड़ा बयान दिया था। हरदीप सिंह पुरी ने एक निजी चैनल को

दिए इंटरव्यू में जल्द ही पेट्रोल-डीजल सस्ता होने का दावा किया था। उन्होंने दावा किया था कि पेट्रोल की कीमतें अप्रैल 2022 से नहीं बढ़ी हैं। उन्होंने इसका श्रेय पीएम मोदी को दिया था। हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि अगर दुनिया भर में ऐसी ही स्थिति रही तो तेल की कीमतों में और गिरावट आएगी।

कहा जा रहा है कि केंद्र सरकार जल्द ही पेट्रोलियम उत्‍पादों को भी जीएसटी के दायरे में लाने वाली है। केंद्रीय अप्रत्‍यक्ष कर एवं सीमा शुल्‍क बोर्ड (CBIC) के चेयरमैन विवेक जौहरी ने भी इसके संकेत दिए हैं। हाल ही में विवेक जौहरी ने कहा था कि भारत भी पेट्रोल और डीजल जैसे उत्‍पादों को जीएसटी में ला सकता है। इस बारे में दुनिया के अन्‍य देशों में चल रहे मॉडल को अपनाया जा सकता है। बशर्ते इसके लिए अलग फॉर्मूले पर विचार करना होगा। उन्होंने कहा था कि लंबे समय से पेट्रोलियम उत्‍पादों को जीएसटी में लाने पर मंथन चल रहा है। यह काम संभव भी है और इस पर कई बार बातचीत भी की गई है।

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